इस पर राकेश प्रताप का पारा हाई हो गया। उन्होंने कहा, धमकी मत दो, धमकी का जवाब धमकी से दिया जाएगा। उन्होंने कहा, मनोज पांडेय, अभय सिंह और राकेश प्रताप सदन में निर्दलीय विधायक की भूमिका में है। ये लोग अभय सिंह को सत्ता पक्ष में कैसे जोड़ रहे हैं। क्या अभय सिंह ने कोई समर्थन का पत्र दिया है तो ये सदन में रखें। सपा के मुख्य सचेतक कमाल अख्तर के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह ने कहा, उनका दल, मनोज पांडेय, अभय सिंह और राकेश प्रताप सिंह न सत्ता पक्ष के साथ है न सपा के साथ है। हम लोग सदन में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभा रहे है। कुंठित विपक्ष की नहीं।
Reporting by Mohammad Nasir Arif Journalist
